Thursday 19 November 2015

हजार परेशानियों का हल, खुश रहना


दोस्तों, जीवन है तो उसमें सभी तरह के रंग-रूप रहेंगे। इस धरती पर कोई भी ऐसा नही है, जिसे कभी किसी परेशानी का सामना न करना पड़ा हो। जीवन में सब परफैक्ट हो ऐसा कम ही होता है।  सुख दुःख , हानि-लाभ, सफलता-असफलता तो रात दिन की तरह हम सबके साथ चलती है। ऐसे में स्वंय को संतुलित रखते हुए, हर परिस्थिती में खुश रहते हुए  दूसरे लोगों को भी खुश रखने का प्रयास करना चाहिये। ये विश्वास रखे मन में कि हर रात के बाद सुबह होती है। जीवन में जब सब कुछ अच्छा होगा तभी हम खुश होंगे, ये विचार मन से निकाल देना चाहिये।

मित्रों,सब कुछ हमारे अनुकूल हो ये संभव नही है। जब हम किसी भी क्षेत्र में कोई भी काम शुरू करते हैं तो, अड़चने भी आती हैं और कार्य गलत भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में तनाव, दुःख और निराशा की चादर ओढ लेने से कभी भी समस्या का समाधान नही होता। कहते हैं भूल इंसान से ही होती है, अतः ऐसी परिस्थिति में जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को समेट कर खुशनुमा  माहौल में असफलता के कारणों को समझते हुए उसके निदान पर विचार करना चाहिये। जीवन में मौके बहुत आते हैं। यदि भूलवश कुछ मौके हाँथ से निकल जाये या गलती हो जाये तो,  पछताने के बजाय या अवसाद में जाने के बजाय, दूसरे मौके को सकारात्मक खुशी के साथ संभव करने का प्रयास करना चाहिये। 

जिन्दगी में उतार चढाव तो लगे रहते हैं ई सी जी में भी  सांसों की रफ्तार ऊपर-नीचे आती जाती नजर आती हैं। यदि सांसो की गति सपाट हो जाये तो ये मृत्यु का ही संकेत देती है। दोस्तो , जीन्दगी में मुश्किलें तो तमाम है और जीना भी हर हाल में है, तो मुस्करा कर जीने में क्या नुकासान है। सच तो ये है दोस्तों कि, खुश रहने का मतलब ये नही है कि सब ठीक है बल्की ये व्यवहार, ये दर्शाता है कि आपने जीवन जीना सीख लिया।

मित्रों, हम सबको खिला हुआ मुस्कुराता हुआ फूल ही अच्छा लगता है।मुरझाये फूल की तरफ कोई नही देखता, तो फिर तनाव और दुःखनुमा चेहरा लेकर हम कैसे सफल हो सकते हैं क्योंकि तनाव और दुःखी चेहरों को सिर्फ हमदर्दी मिलती है, सार्थक सहयोग नही। खुशनुमा चेहरा तो उस फूल की तरह होता है जिससे सब प्रभावित होते हैं और परेशानियों को दूर करने में हर संभव मदद करते हैं। जीवन की परेशानियां और असफलतायें तो हवा की आँधियाँ हैं जो वक्त के साथ चली जाती है। खुशियों का भाव तो ताजी हवा का झोंका है जो हर पल को खुशनुमा बनाता है। जब तक आप खुद नहीं चाहें खुशियां कभी खत्म नही होती। तो दोस्तों जीवन की छोटी छोटी खुशियों को समेटते हुए बड़ी से बड़ी परेशानियों का हल ढूंढे। मदर टेरेसा कहती हैं कि, सफलता और शांति की शुरुआत मुस्कान से होती है।

आपने जो चाहा वो आपको मिल गया, ये तो है सफलता।  लेकिन आपको जो मिला उसे चाहना ही सच्ची खुशनुमा सफलता है। जब एक हल्की सी मुस्कान से फोटो अच्छी हो सकती है ,तो जिंदगी क्यों नही! सुंदरता का सबसे अच्छा आभूषण है, आपकी मुस्कान। हजार परेशानियों का हल है, खुशनुमा व्यवहार। हम सब वास्तविकता में हमेंशा अपने दुःख को ही गिनते हैं, इसके बजाय यदि हम अपनी खुशियों को गिने तो पायेंगे कि, कुदरत ने हमें कितनी ज्यादा खुशियाँ दे रखी हैं। खुशी सब दवाओं में सर्वोत्तम दवा है। इसलिये खुश रहें और खुशियाँ बांटे। 





3 comments:

  1. Bahut sundar lekh. On ur birthday, wish u keep on smiling forever.

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  2. बहुत अच्छा लेख , "खुश रहने के लिए सब अच्छा हो ये ज़रूरी नहीं...." बड़ी सीख मिलती है इससे .

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  3. अच्छा लिखा है आपने.

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